पारद शिवलिंग स्थापना: विधि और महत्व

पारद शिवलिंग स्थापना: विधि और महत्व

श्रावण मास, शिव भक्ति का पावन समय, जिसमें भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है। यदि इस पावन महीने में आपको पारद शिवलिंग की प्राप्ति हो जाए, तो इसे अपने परम सौभाग्य की बात समझें। श्रावण मास में पारद शिवलिंग को घर लाकर विधिवत पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति के द्वार खुलते हैं।

पारद शिवलिंग की स्थापना और पूजा कैसे करें ! जानिए पूरी विधि -

श्रावण मास, शिव भक्ति का पावन समय, जिसमें भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है। यदि इस पावन महीने में आपको पारद शिवलिंग की प्राप्ति हो जाए, तो इसे अपने परम सौभाग्य की बात समझें। श्रावण मास में पारद शिवलिंग को घर लाकर विधिवत पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति के द्वार खुलते हैं।

पारद शिवलिंग स्थापना: विधि और महत्व
Total Time Needed: 30 minutes
Total Cost: 101 INR

आवश्यक वस्तुयें -

1 - पारद शिवलिंग
2 - चांदी, तांबा अथवा पीतल की प्लेट
3 - सफेद वस्त्र
4 - गंगाजल
5 - धूप-दीप
6 - पुष्प
6 - चंदन
6 - दीपक

पारद शिवलिंग की स्थापना:

1 - पूजा स्थल का चयन
घर के मंदिर में, शिव परिवार या पार्वती-शिव की तस्वीर के समक्ष, पूर्व-उत्तर दिशा में मुख करके स्वयं बैठें।
1 - पूजा स्थल का चयन
2 - आसन की तैयारी:
चांदी, तांबे या पीतल की थाली में सफेद वस्त्र बिछाकर पारद शिवलिंग को विराजमान करें।
2 - आसन की तैयारी:
3 - शुद्धिकरण:
शिवलिंग को गंगाजल से शुद्ध करें।
3 - शुद्धिकरण:
4 - आह्वान और पूजन:
भगवान शिव के मंत्रों, जैसे 'ॐ नमः शिवाय' या 'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे...', का जाप करते हुए शिवलिंग का आह्वान करें।
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5 - नियमित पूजा:
प्रतिदिन सुबह अपनी नियमित पूजा के साथ शिवलिंग पर गंगाजल, धूप-दीप, पुष्प अर्पित करें या चंदन का लेप करें। श्रावण के सोमवार और शिवरात्रि पर विशेष पूजन करें।
5 - नियमित पूजा:

पारद शिवलिंग पूजन के चमत्कारी लाभ:

     

      • बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि: विद्यार्थी चंदन का लेप करके ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें, इससे बुद्धि, विद्या और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।

      • स्वास्थ्य और दीर्घायु: महामृत्युंजय मंत्र से नियमित पूजन करने से उत्तम स्वास्थ्य और लंबी आयु की प्राप्ति होती है।

      • घरेलू सुख-शांति: पारद शिवलिंग की पूजा से घर में प्रसन्नता, शांति और समृद्धि का वातावरण बनता है।

      • मनोकामना पूर्ति: विवाह के इच्छुक युवक-युवतियाँ शिवलिंग के समक्ष विशिष्ट मंत्रों से पूजा और प्रार्थना करें, इससे शीघ्र ही उनकी मनोकामना पूरी होती है।

      • व्यावसायिक सफलता: कार्यस्थल पर पारद शिवलिंग स्थापित करने से व्यापार में निरंतर वृद्धि होती है।

      • आध्यात्मिक उन्नति: रुद्राभिषेक करने और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है, जिससे जीवन में धन, वैभव, और आध्यात्मिक उन्नति बनी रहती है।

    पारद शिवलिंग की कृपा से आपका जीवन सुखमय और समृद्ध बने, यही हमारी शुभकामना है।